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Showing posts from May, 2023

अमूल्य आभूषण : मितव्यता

  मध्यमवर्गीय और उच्चवर्ग के परिवारों में घर खर्च इतना बढ़ गया हैं कि उनकी कमाई से पूरा नहीं पड़ रहा हैं। घर में पति पत्नी दोनों नौकरी करते हो या व्यापार करते हैं और बच्चे भी एक या दो ही है तब भी उन्हें छोटी - छोटी आवश्यकताओं के लिए ऋण लेना पड़ता हैं। समान बेचने वाली कम्पनियां विभिन्न प्रकार की समान उधार बेचने की आकर्षक योजनाएँ प्रचारित करती रहती हैं। कई बार जेब में पैसा नहीं और कम्पनी की स्कीम का लालच देखकर जिस वस्तु की आवश्यकता नहीं हैं , उसे भी EMI पर खरीद कर घर ले आते हैं। परिणाम यह होता हैं कि उनको मिलने वाले मासिक वेतन में EMI की कटौती होकर ही बाकि पैसे उनके खाते में जमा होते हैं। इस प्रकार हर महीने एक से एक आकर्षक योजनाएँ कम्पनीयाँ निकालती रहती हैं और व्यक्ति अनावश्यक चीजों को घर में भरता रहता हैं। एक समय ऐसा आता हैं कि उसके घर में फालतू सामान की भीड़ लग जाती हैं। जिसका उपयोग वह वर्ष में दो - चार बार ही करता हैं। वह

सस्ते ही होते हैं ग्रामीण सुपरफूड

  संयुक्त राष्ट्र संघ ने 28 मई को विश्व पोषण दिवस घोषित किया हैं। भोजन में पोषक तत्त्वों से भरपूर खाद्य सामग्री का समावेश करना और इसके बारे में लोगों को जागरूक करना इसका मुख्य उद्धेश्य हैं। भारत में 1 सितम्बर से 7 सितम्बर तक प्रतिवर्ष राष्ट्रीय पोषण दिवस मनाया जाता हैं। लोगों को विटामिन्स , प्रोटीन , खनिज लवण आदि तत्त्वों के बारे में जानकारी दी जाती हैं। विशेषकर बच्चों और महिलाओं में कुपोषण अधिक देखा गया हैं। कुपोषण का मुख्य कारण जानकारी की कमी और निर्धनता हैं। आवश्यक नहीं हैं कि अच्छे पोषण के लिये सामग्री महंगी हो। ज्यादातर स्थानीय खाद्य पदार्थ आसानी से उपलब्ध होने वाले , सीजनल , सबके लिए सुलभ और सस्ते होते हैं। शाकाहारी लोगों के लिए दालें प्रोटीन की पूर्ति करती हैं। मूंग सब जगह सस्ती कीमत पर उपलब्ध हैं। कई जगह इसकी किसान खेती करते हैं और घरों में दाल और मोगर भी बनाते हैं। मूंग की दाल से कई प्रकार के खाद्य पदार्थ और पकवान बनाये जाते

इंडियन सुपरफूड

  सपुरफूड उन्हें कहते हैं जिनमें शरीर की आवश्यकतानुसार भरपूर पोषक तत्त्व तो होते ही हैं साथ ही कम से कम कैलोरी होती हैं। ज्यादातर स्थानीय ट्रेडिशनल और सीजनल भोज्य पदार्थ ही सुपरफूड होते हैं। भोजन में अव्यवस्था होने के कारण कई उपद्रव शरीर में पैदा होते हैं। जैसेः - मोटापा , रोगप्रतिरोधक क्षमता की कमी , कुपोषण , एनीमिया , नपुंसकता , नेत्ररोग के साथ - साथ आधुनिककाल में तीव्र गति से बढ़ने वाली बीमारियाँ जैसेः - हदयघात , कैंसर , एलर्जी , किडनी डिसआर्डर आदि हो जाती हैं। आयुर्वेद में स्वस्थ शरीर के लिए जिन - जिन आवश्यक तत्वों की नितांत आवश्यकता होती हैं ऐसे ही भोज्य पदार्थ हमारे फूडचैन में सम्मिलित किए गए हैं। भारतीय सुपरफूड में आने वाले प्रमुख खाद्य सामग्री हैंः - आंवला , गाय का घी , नारियल , केला , रागी , हल्दी , कटहल , चुकंदर , तालमखाना आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा दही , जौ , मोटे अनाज बाजरा , ज्वार , मूंग आदि हैं। समय - समय पर विश्व स्वास्थ्य संगठन सुपरफूड की लिस्टों में