नियमित ऑर्गेनिक सब्जियाँ छोटे किचनगार्डन से
आजकल सब्जियों का उत्पादन बढ़ाने के लिए खतरनाक रासायनिक कीटनाशक और रासायनिक फर्टीलाईजर्स का अंधाधुंध प्रयोग इनकी खेती में हो रहा हैं। भिंडी, करेला, टिंडा, परवल आदि हरे रंग की सब्जियों को अधिक हरा दिखने के लिए कृत्रिम रंगों का भी उपयोग हो रहा हैं। कई सब्जियों की चमक बढ़ाने के लिए केमिकल्स का उपयोग आजकल आम बात हो गई हैं। इस प्रकार के नकलीपन को आम आदमी जल्दी से समझ ही नहीं पाता हैं।
यह घातक
रसायन हमारे शरीर
में प्रतिदिन घुलते
जा रहे हैं।
इनके दुष्प्रभाव के
कारण आजकल किडनी
फेल होना, लीवर
में खराबी आना,
चर्म रोग, अस्थमा,
एलर्जी के साथ-साथ अन्य
कई नई बीमारियाँ
पनप रही हैं।
हमको यह पता भी नहीं
चलता हैं कि यह बीमारी
क्यों हुई? अस्पतालों
में इन बीमारियों
के रोगियों की
संख्या में प्रतिदिन
बढ़ोतरी हो रही हैं और
यह आने वाले
खतरों को सूचित
कर रहा हैं।
विशेषकर छोटे बच्चों
व गर्भवती महिलाओं
को यह घातक रसायन जल्दी
अपनी चपेट में
ले लेते हैं।
इनसे बचने
के लिए अपने
घरों में छोटा
सा किचनगार्डन बनाना
चाहिए। जिसमें थोड़ी
सी मेहनत करके
अपने परिवार के
लिए आवश्यक सब्जियाँ
पैदा कर सकते हैं। धनियाँ,
मिर्ची, टमाटर, भिंडी,
बैंगन, पालक, मैथी,
सुआ, गोभी, सेमफली,
ग्वारफली, चवला, ककड़ी
व खीरा ककड़ी
आदि सब्जियाँ किचनगार्डन
में पैदा की जा सकती
हैं। कुछ सब्जियाँ
बड़े व छोटे गमलों में
भी लगाई जा सकती हैं।
दो चार फूलों
के पौधे भी लगा दे
तो पूजा के लिए पुष्प
मिल जायेंगें। यदि
आपके पास जगह हो तो
एक पेड़ सहजन
का भी लगा दें। उसके
पत्तों व फलियों
की सब्जी बहुत
स्वास्थ्यवर्धक होती हैं।
नीम्बू तथा एक-एक पेड़
फलदार भी लगा सकते हैं।
किचनगार्डन में लगने
वाली आवश्यक सामग्री
गमला, ऑर्गेनिक खाद,
ऑर्गेनिक इनपुट, खुरपी,
कटर आदि आवश्यक
सामग्री यथास्थान रखें।
प्रतिदिन एक घंटा
गार्डनिंग के लिए
अगर आप देते हैं तो
पूरे परिवार के
लिए आपको पर्याप्त
ऑर्गेनिक सब्जियाँ मिल जाएगी।
किचनगार्डन में काम
करने का समय सुबह व
शाम ही ठीक होता हैं।
जब भी ताजी सब्जी चाहिए
तोड़कर लाकर बना
सकते हैं फ्रीज
में रखने की कोई आवश्यकता
नहीं हैं। सब्जियों
की वैरायटी ज्यादा
होनी चाहिए और
मात्रा कम होनी चाहिए ताकि
आपको वर्षपर्यन्त सीजनल
सब्जियाँ मिलती जाये।
गार्डनिंग करने से
आपका स्वास्थ्य भी
ठीक रहेगा और
बच्चे भी यह सारा काम
बहुत जल्दी सीख
जायेंगें। लेमनग्रास और तुलसी
भी लगाना नहीं
भूलें। यह दिनप्रतिदिन
औषधी के रूप में भी
काम आती हैं।
आशा हैं किचनगार्डन
के लिए जगह कम हो
तो छत पर भी किचनगार्डन
लगाया जा सकता हैं। आजकल
हाईड्रोपेनिक्स विधी के
द्वारा वर्टीकल किचनगार्डन
कई शहरों में
लोग लगा रहे हैं। इसमें
सब्जियों का उत्पादन
कम खर्च में
बहुत अधिक होता
हैं।
हाईड्रोपेनिक्स से पानी
व खाद की
90 प्रतिशत बचत होती
हैं साथ ही उत्पादन दस गुना बढ़ जाता
हैं।
Nice thought sir ji
ReplyDeleteGood idea sir
ReplyDeleteI want to express my appreciation for your insightful article on obtaining regular organic vegetables from a small kitchen garden. Your emphasis on the benefits of this practice is truly commendable.
ReplyDeleteYour article beautifully highlights the convenience and accessibility of growing organic vegetables in a small kitchen garden. The notion of having a local source of healthy and delicious produce is both inspiring and empowering. It encourages readers to take charge of their food choices and prioritize their health.
ReplyDeleteI particularly enjoyed how you emphasized the joy and satisfaction that comes from tending to a small kitchen garden. Your words paint a vivid picture of the connection with nature and the serenity it brings. It's a reminder that gardening can be a therapeutic and fulfilling activity for both the body and mind.
ReplyDeleteFurthermore, your emphasis on organic farming is crucial. By avoiding harmful pesticides and conventional additives, individuals can contribute to a healthier ecosystem and promote sustainable agricultural practices. Your article effectively conveys the significance of organic farming in ensuring a safer and more sustainable food system.
ReplyDeleteOverall, your article serves as a compelling call to action for readers to consider growing their own organic vegetables in a small kitchen garden. It provides valuable insights and inspires individuals to make healthier choices while fostering a deeper connection with nature.
ReplyDeleteThank you for sharing your knowledge and passion for organic gardening. Your article is both informative and motivating, making a positive impact on readers who are eager to embrace a healthier and more sustainable lifestyle.
ReplyDeletePlanting your own vegetables and herbs requires a lot of patience, time and effort. But it’s worth it! The following are the benefits of a kitchen garden:
ReplyDeleteProtects health
Saves money
Fights off food insecurity
Reduces stress
Increased nutrients
Contributes to sustainable living.
I love reading your blogs, very informative and inspiring!
Nice and healthy
ReplyDeleteWow great idea to ourself healthy
ReplyDeleteSo Nice Presentation of Necessity, Process of Plantations in very simple Communicative Hindi language ! Thanks !!
ReplyDeleteVery good initiative gono.
ReplyDeletePranam Narayan dasji, Aapne organic home garden ki acchi Jankari di. Aapka bahut bahut dhanyawad.
ReplyDeleteMein aapke bataye Anusar ghar par sabjiya Ugana chahata hu. Jab sabji grow hogi to aapko update karunga.
V.nice aayurveda tonic
ReplyDeleteSir Namaskar. Very nice information and awakening to all of us about kitchen gardening. In a short note you have mentioned every points related to our health,environment entertainment with plants and so many hidden benefits. Thank you Sir.
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