इंडियन सुपरफूड
सपुरफूड उन्हें कहते हैं जिनमें शरीर की आवश्यकतानुसार भरपूर पोषक तत्त्व तो होते ही हैं साथ ही कम से कम कैलोरी होती हैं। ज्यादातर स्थानीय ट्रेडिशनल और सीजनल भोज्य पदार्थ ही सुपरफूड होते हैं। भोजन में अव्यवस्था होने के कारण कई उपद्रव शरीर में पैदा होते हैं। जैसेः- मोटापा, रोगप्रतिरोधक क्षमता की कमी, कुपोषण, एनीमिया, नपुंसकता, नेत्ररोग के साथ-साथ आधुनिककाल में तीव्र गति से बढ़ने वाली बीमारियाँ जैसेः- हदयघात, कैंसर, एलर्जी, किडनी डिसआर्डर आदि हो जाती हैं। आयुर्वेद में स्वस्थ शरीर के लिए जिन-जिन आवश्यक तत्वों की नितांत आवश्यकता होती हैं ऐसे ही भोज्य पदार्थ हमारे फूडचैन में सम्मिलित किए गए हैं। भारतीय सुपरफूड में आने वाले प्रमुख खाद्य सामग्री हैंः- आंवला, गाय का घी, नारियल, केला, रागी, हल्दी, कटहल, चुकंदर, तालमखाना आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा दही, जौ, मोटे अनाज बाजरा, ज्वार, मूंग आदि हैं।
समय-समय पर
विश्व स्वास्थ्य संगठन
सुपरफूड की लिस्टों
में फेरबदल करते
रहते हैं। नये-नये शोध
पूरे विश्व में
खाद्य सामग्री पर
हो रहे हैं।
भारतीय आयुर्वेद के
अनुसार सही भोजन
स्वस्थ आहार की नींव होती
हैं। कुछ खाद्य
पदार्थ पोषण से भरपूर होते
हैं। इन्हीं खाद्य
पदार्थों को आजकल
के वैज्ञानिक सुपरफूड
कहते हैं। आजकल
विभिन्न प्रकार की
बीमारियाँ हमारी जीवनशैली
के कारण घर कर गई
हैं। अतः नये पुराने सुपरफूड्स
के बारे में
जानना और उन्हें
अपनी फूडचैन में
सम्मिलित करना आवश्यक
हैं। कुछ भारतीय
सुपरफूड विटामिन, खनिज
पदार्थ, एंटीऑक्सीडेन्टस से
भरपूर होते हैं।
जिसको स्वास्थ्य पर
बहुआयामी प्रभाव पड़ता
हैं। आज के पढ़े लिखे
लोग यह सोचते
हैं कि विदेशों
में पैदा होने
वाली और उनके द्वारा प्रयोग
में लाई जाने
वाली महंगी खाद्य
सामग्री को ही सुपरफूड माना जाता
हैं, ऐसा नहीं
हैं। स्थानीय पर्यावरण,
मौसम के अनुकूल
और आसानी से
उपलब्ध भोज्य पदार्थ
जिनमें सुपरफूड के
गुण होते हैं,
उनका ही प्रयोग
सुपरफूड में किया
जाना चाहिये।
आवंला पोषकतत्वों का पावरहाऊस
हैं। इसमें विटामिन
सी के अतिरिक्त
कई प्रकार के
खनिज, विटामिन, एंटीऑक्सीडेन्टस
भरे हुए हैं।
गहरे हरे रंग ही पत्तेदार
सब्जियों में विटामिन
। A & K तांबा, मैग्नीशियम,
आयरन और केल्सियम
भरपूर मात्रा में
पाये जाते हैं।
जैसेंः- पालक, बथुआ,
सहजन के पत्ते,
चौलाई, चुकंदर के
पत्ते आदि। केवल
रेगिस्तान में मिलने
वाली व लुप्त प्रायः वनस्पति
फोग के फूल का रायता
बना कर खाते है जिसकी
तासीर ठण्डी होती
है व पोषक भी होती
है।
जामुन खाने से
मधुमेह नहीं होता
हैं। अश्वगंधा को
भी सुपरफूड श्रेणी
में गिना जाने
लगा हैं। शतावरी
को भी आजकल सुपरफूड की लिस्ट
में ले लिया गया हैं।
मोरिंगा के पत्तों
और फलियों का
प्रयोग भोजन में
बढ़ाकर कई प्रकार
की बीमारियों से
बचा जा सकता हैं। कटहल
का पका हुआ फल खाने
से कार्बोहाईड्रेट, विटामिन्स,
इलेक्ट्रोलाईट्स, फाईबर आदि
शरीर में जाते
हैं। हल्दी के
विषय में सभी जानते हैं
कि कई प्रकार
के कैंसर और
हदयरोगों में काम
आती हैं। साथ
ही शरीर को डिटाक्सिफिकेसन करने में
मदद करती हैं।
मोटे अनाज बाजरा,
ज्वार व रागी आयरन, विटामिन
डी और मधुमेह
को दूर रखने
वाले अनाज हैं।
तालमखाना विभिन्न खनिज लवणों
से भरपूर होने
के साथ-साथ आयरन, मैग्नीशियम
और जिंक भी प्रदान करते
हैं।
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ReplyDeleteThank you sir.
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