नारियल

     


   प्रति वर्ष 2 सितम्बर को विश्व नारियल दिवस मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य नारियल के महत्व को बताने और इसके लाभों के बारे में जानकारी फैलाना हैं। नारियल हिन्दू धर्म में विशेष स्थान रखता हैं। इसे एक पवित्र फल के रूप में जाना जाता है यही कारण है कि बिना इसके कोई भी पूजा सम्पन्न नहीं होती है। भारतीय धर्म और संस्कृति में नारियल का बहुत महत्व हैं। नारियल को श्रीफल भी कहा जाता हैं। मंदिर में नारियल चढ़ाने का रिवाज हैं। दक्षिण भारत में नारियल के पेड़ बहुतायत में पाए जाते हैं। 60 फुट से 100 फुट तक ऊंचा नारियल का पेड़ लगभग 80 वर्षो तक जीवित रहता है। 15 वर्षों के बाद पेड़ में फल लगते हैं। आज कल नारियल की कई बौनी वैरायटियां भी विकसित की गयी हैं। जिनमें कम ऊंचाई पर व 3-4 वर्षों में ही फल आना शुरू हो जाता हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के सेण्ट्रल प्लांटेशन क्रोप्स रिसर्च इन्स्टीट्यूट, केरल में इसके वैरायटी विकास का कार्य होता है।

        नारियल में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स, पोटेशियम, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम और खनिज तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। नारियल में वसा और कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है इसलिए नारियल मोटापे से भी निजात दिलाने में मदद करता हैं। मोटापा कम करने में नारियल बहुत फायदेमंद है। मोटे लोगों को नारियल का सेवन करना चाहिए। बच्चों को नारियल की गिरी खिलाने से उनका दिमाग तेज होता है। नारियल के तेल में नींबू का रस अथवा ग्लिसरीन मिलाकर चेहरे पर लेप करने से भी मुहांसे, दाग-धब्बे समाप्त होते हैं। नियमित रूप से रात के खाने के बाद आधा गिलास नारियल का पानी पीना चाहिए, इससें नींद न आने की समस्या खत्म होती हैं और नींद अच्छी आती हैं। नारियल का दूध पेट के अल्सर को ठीक करने में सहायक होता हैं। नारियल का दूध बहुत ही पौष्टिक होता हैं। नारियल का पानी मूत्राशय से संबंधित बीमारियों में काफी राहत देता हैं। जिन लोगों को शुगर होती है उनको भी नारियल का पानी काफी लाभ पहुंचाता हैं। नारियल में पाया जाने वाला आयोडीन थॉयराइड को बढ़ने से रोकता हैं।

सूखे नारियल में विटामिन, मिनरल, आयरन, पोटेशियम, आदि होते हैं। खासकर महिलाओं के लिए सूखा नारियल बहुत अच्छा माना जाता हैं। प्रेगनेंसी में और खून संबंधी स्थितियों में नारियल काफी अच्छा माना जाता है। महिलाओं मे अक्सर मासिक धर्म के कारण खून की कमी देखी जाती हैं। सूखे नारियल में कई सारे पौष्टिक तत्व होते हैं, जिनमें आयरन भी शामिल होता है जो हीमाग्लोबीन के लेवल को ऊपर ले जाने में लाभदायक होता हैं। सूखे नारियल में फैटी एसिड भी बहुत मात्रा में पाए जाते हैं जो माता को तो एनर्जी देंगे ही साथ में बच्चे को भी पोषण प्रदान करेंगे जो उसे हेल्दी रखने में मदद करेगा। इसलिए इसे गर्भवती होने के दौरान डाइट में शामिल करें ताकि मीठा खाने की इच्छा भी शांत हो सके और माता व बच्चे को पौष्टिक आहार भी मिल सकें।

                     लघु नारियल सामान्य नारियल से आकार में थोड़ा छोटा होता है। इसलिए इसे लघु नारियल कहते है। इसके अलावा इसे श्रीफल के नाम से भी जाना जाता हैं। श्री का अर्थ है देवी लक्ष्मी। इस तरह ‘श्रीफल‘ का अर्थ होता है माता लक्ष्मी का फल। मां लक्ष्मी से संबंधित होने के कारण इस नारियल के धन लाभ होते हैं। लघु नारियल के उपायों से मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती हैं और घर पर धन की वर्षा होने लगती हैं। ऐसा माना जाता है कि 11 लघु नारियल को पीले रंग के कपड़े में लपेटकर रसोईघर के पूर्वी कोने में रख दें। इससे घर पर मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद बना रहेगा और रसोईघर का अन्न भंडार खाली कभी नहीं रहेगा। धन, वैभव और समृद्धि के लिए 5 लघु नारियल को पूजाघर में स्थापित करें। सभी नारियल में केसर का तिलक लगाएं और प्रत्येक लघु नारियल पर तिलक करते हुए 27 बार ‘ऐं ह्नी श्री क्लीं‘ मंत्र का उच्चारण करें। शनिवार के दिन शनि मंदिर में 7 लघु नारियल चढ़ाएं और फिर इसे जल में प्रवाहित कर दें। इससे कुंडली में शनि दोष का प्रभाव कम होता है और आर्थिक परेशानी भी दूर होने लगती हैं।

        मान्यता है कि जिस घर में लघु नारियल होता हैं, वहां मां लक्ष्मी भी वास करती हैं और ऐसे घर पर धन-धान्य की कमी नहीं होती हैं। लघु नारियल के प्रभाव से आर्थिक तंगी भी कोसों दूर रहती हैं। कहा जाता है कि लघु नारियल भले ही आकार में छोटा होता है, लेकिन इसमें शक्ति बहुत होती है कि इसे घर पर रखते ही धन आकर्षित होने लगता है। लेकिन इस नारियल का पूर्ण लाभ तभी प्राप्त होता हैं, जब आप अपनी तिजोरी या धन रखने के स्थान पर अभिमंत्रित कराए हुए लघु नारियल को रखें, उससे शुभ और शीघ्र फल मिलते हैं।

                     कई स्टडी में भी नारियल की मलाई के सेहतमंद फायदों को बताया गया है। इसमें प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट, फास्फोरस, मैग्नीशियम, फोलेट, कोलीन और पोटेशियम मौजूद होता हैं। जो इम्यूनिटी को बूस्ट करने के साथ कई सारी बीमारियों को दूर रखती हैं। नारियल की मलाई में भरपूर पोटेशियम पाया जाता है। जो शरीर में हर कोशिका के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं। रोजाना पर्याप्त मात्रा में पोटैशियम लेने से उच्च रक्तचाप नमक के प्रति संवेदनशीलता, थकान और मांसपेशियों में ऐंठन का खतरा कम होता है। ऐसे में नारियल मलाई का सेवन फायदेमंद होता हैं। नारियल के मलाई को अपने आहार में शामिल करने से खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों में अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में मदद मिल सकती हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल एक ऐसी स्थिति है जो आपके दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाती हैं। नारियल पेट के अल्सर को कम करने का काम करता हैं। माना जाता है कि नारियल के पानी की तुलना में नारियल मलाई का ज्यादा प्रभाव पड़ता है। नारियल का दूध और मलाई आपके पेट की परत को जलन से बचाने में मदद कर सकते हैं।

Comments

  1. Namaskar ji

    What is variety Name ?

    U M Naidu

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  2. Really this is a marvelous fruit

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