कामधेनु
हिंदू धर्म में गाय को माता माना जाता हैं। लोग गाय की पूजा करते हैं। गाय को पूजने की परंपरा सदियों से चली आ रही हैं। गं्रथों में भी एक ऐसी गाय का जिक्र है जिसे देवी की तरह पूजा जाता हैं। इसका नाम है कामधेनु। कहते हैं कि कामधेनु को पूजने से मन की सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं।
कामधेनु एक पूर्ण श्वेत (सफेद) गाय हैं। माना
जाता है कि इसकी उत्पति समुद्र मंथन से हुई हैं। देवताओं और दानवों के बीच हुए
समुद्र मंथन से कई रत्न निकले, उनमें से कामधेनु भी एक रत्न हैं। माना जाता है कि समुद्र
मंथन के दौरान तेज ध्वनि आई जब देव और दानवों ने ऊपर देखा तो साक्षात कामधेनु नजर
आई। कामधेनू को ऋषियों ने अपने पास रख लिया। कामधेनु एक सफेद गाय है, जिनके अंदर कई देवी-देवता
निवास करते हैं। कुछ कथाओं में कामधेनु का सिर एक महिला की तरह बताया गया है। इसे
गायों की माता भी माना जाता हैं। समुद्र मंथन से उत्पति होने के बाद कामधेनु ने कई
चमत्कार दिखाए। जिस किसी के पास ये गाय होती, उसके सभी कार्य सिद्ध हो जाते थे। राजा-महाराजा से लेकर
ऋषि-मुनि तक, कामधेनु के
चमत्कारों से अभिभूत हुए। लोग उसकी पूजा करने लगे। कहा जाता है कि कामधेनु के पास
ऐसी शक्तियां हैं, जिससे हर
मनोकामना पूर्ण हो सकती हैं। कहा जाता है कि कामधेनु स्वर्गलोक में रहती हैं।
मौजूदा समय में कामधेनु के दर्शन करना संभव नहीं हैं। इसलिए लोग धरती पर मौजूद हर
गाय को कामधेनु का रूप मानकर पूजा करते हैं। कामधेनु का मन निर्मल होता हैं। कई
गं्रथों में कामधेनु के अलग-अलग नामों का जिक्र किया गया हैं, जिनमें सुरभि, नंदा, सुनंदा, सुमन, नंदिनी, सुशीला शामिल हैं।
पौराणिक मान्यता के अनुसार कामधेनु गाय का वास
स्वर्ग में होता हैं, कामधेनु गाय को
सभी गायों की माता का दर्जा प्राप्त है, इसलिए कामधेनु गाय के दर्शन मात्र से ही सभी समस्याओं का
समाधान संभव है क्योंकि कामधेनु गाय में अनेक प्रकार की देवी शक्तियां होती हैं।
कामधेनु गाय अनेक प्रकार की दैवीय शक्तियों से युक्त होने के कारण अपने भक्तों की
मनोकामना पूर्ण करती हैं। माना जाता है कि जिनके पास कामधेनु होती है उनके पास
सुख-शांति और समृद्धि की कोई कमी नहीं होती हैं। प्राचीन शास्त्रों में मान्यता है
कि कामधेनु गाय की पुत्री के साथ कामधेनु की पूजा करने से विशेष और रहस्यमय फल
मिलते हैं, ऐसा करने से
कामधेनु अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। कामधेनु सभी गायों की माता
हैं। कामधेनु को सदैव माता कहा जाता हैं क्यांकि कामधेनु अपने भक्तों का पालन-पोषण
करती हैं। कामधेनु को घर में रखने से सुख-शांति और सफलता मिलती हैं।
कामधेनु गाय से कई फल प्राप्त करने के लिए
कामधेनु को उत्तर-पूर्व दिशा में रखना हमेशा लाभदायक होता है क्योंकि उत्तर-पूर्व
दिशा भगवान की दिशा होती है और कामधेनु को इस दिशा में रखना बहुत शुभ होता हैं।
मनोकामना पूर्ति के लिए प्रतिदिन कामधेनु के सामने बैठकर ध्यान करने से कम समय मे
अधिक फल मिलने की संभावना रहती हैं क्योंकि कामधेनु में सभी देवी-देवताओं का वास होता
हैं। चांदी से बनी कामधेनु को घर में रखना चाहिए क्योंकि चांदी की कामधेनु शुभता
की प्रतीक है और कई तरह के गूढ़ और अदृश्य लाभ देती हैं। कामधेनू को अपने घर में
रखना बहूत ही शुभ माना जाता है क्योंकि कामधेनु में 33 करोड़ देवी-देवताओं का
वास होता हैं वहां उनकी अपनी शक्तियां प्रवेश करने लगती हैं और भक्तों की
मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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