भारतीय सनातन विद्यायें

      


   भारतीय आयुर्वेद एवं योग का डंका पूरे विश्व में बज चुका हैं। अब अमेरिका में भारतीय ज्योतिष शास्त्र के भी लोग दीवाने हो रहे हैं। अमेरिका में नवयुवक अपनी शादी करने के लिए तथा शादी को प्रपोज करने के लिए ज्योतिषियों से सलाह-मशवरा करते हैं। उनका मानना हैं कि ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में आने वाली समस्याएँ नहीं आयेगी। एक रिसर्च के अनुसार लगभग 30 प्रतिशत युवक और युवतियाँ अपना घर बसाने के पहले ज्योतिषियों की राय लेते हैं। पिछले काफी समय से अमेरिका में पति पत्नि में मतभेद होने के कारण, इतना ही नहीं छोटी-छोटी बात को लेकर सम्बन्ध विच्छेद की कार्यवाही शुरू कर देते थे। इस समस्या के कारण वहाँ का पारिवारिक जीवन मृत प्रायः हो गया था। सामाजिक स्थिति बिगड़ चुकी थी। लेकिन जबसे इस विषय में ज्योतिष का सहारा लिया गया और उनकी सलाह के अनुसार कार्यक्रम तय किये गये तो जीवन में स्थायित्व आ गया। ऐसा वहाँ के नागरिक विश्वास करते हैं।

        भारत की विद्यायें अति प्राचीन एवं वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित होती हैं। यही कारण है कि भारत का आयुर्वेद पूरे विश्व में खूब प्रचलित हो रहा हैं। हालांकि आयुर्वेद के पैर काटने के लिए कई ताकते अपना भरपूर प्रयास करती रही लेकिन सत्यमेव जयते। भारत का योग लोगों को स्वास्थ्य प्रदान करने  का अमूल साधन हैं। पूरे विश्व में इस बात का डंका बज चुका हैं। यही कारण हैं कि 21 जून को पूरे विश्व में विश्व योगा दिवस मनाया जाता हैं।

        भारतीय जड़ी-बूटियों पर जो रिसर्च हमारे आदि ऋषि-मुनियों ने किये थे उनको भी इस दुनिया ने स्वीकार किया हैं। भारतीय नीम और हल्दी पर पेटेंट को लेकर विकसित देशों ने बहुत अडंगा लगाया लेकिन हमारे देश के वैज्ञानिकों ने उनकी नहीं चलने दी। अंततः भारत सरकार के उपक्रम सेंट्रल साइंटिफिक एण्ड़ इण्डस्ट्रीयल रिसर्च के वैज्ञानिकों ने दुनिया के सामने अपने पक्ष को मजबूती से रखा और हमारी जीत हुई। भारतीय संस्कृति के सभी आयाम वैज्ञानिक तथ्यों पर खरे उतरे हैं। अब दुनिया को विश्वास हो गया कि भारतीय विद्यायें अति प्राचीन होते हुए भी अति वैज्ञानिक हैं। वर्तमान का विज्ञान जहाँ समाप्त होता हैं उसके आगे से भारतीय प्राचीन विज्ञान शुरू होता हैं। इसी का नाम सनातन हैं।

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