जामुन का पेड़
जामुन का फल पूरे देश में होता हैं। इसके फलों से जैली, शर्बत, जैम और सिरका आदि बनाया जाता हैं। जामुन के फल खाने में खट्ठे-मीठे और मधुमेह की बीमारी में राहत पहुँचाते हैं। जामुन खाने से विटामिन सी और आयरन की मात्रा बढ़ती हैं। डायबिटीज रोकने में जामुन सहायक होता हैं। जामुन खाने से हिमोग्लोबिन काउन्ट में सुधार होता हैं। जामुन वजन घटाने में मदद करता हैं। पेट और मुहँ की बीमारियाँ जामुन खाने से दूर होती हैं। जामुन हर एक के लिए लाभकारी होता हैं। जामुन का फल पोषक तत्त्वों से भरपूर होता हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, फास्फोरस, केल्शियम, फाईबर, फोलिक एसिड, प्रोटीन आदि तत्त्व पाये जाते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में जामुन का उपयोग आदिकाल से किया जा रहा हैं।
जामुन में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो आपके दाँतों और
मसूड़ों को इंफेक्शन से बचाते हैं। माउथअल्सर और मसूड़ों की सूजन का इलाज इससे कुल्ला
करके कर सकते हैं। गर्भावस्था में हाई ब्लड प्रेशर होना आम बात हैं। जामुन हाई ब्लड
प्रेशर को कम करता हैं। विटामिन ए और आवश्यक पोषक तत्त्व गर्भस्थ शिशु के विकास में
मदद करते हैं। बालों के लिए जामुन लाभकारी होता हैं। जामुन पूर्णरूप से प्राकृतिक एवं
ऑर्गेनिक होता हैं। जामुन का विटामिन सी हड्डियों को मजबूत करता हैं।
इतना
महत्त्वपूर्ण, सर्वत्र उपलब्ध और सुलभ फल का पेड़ भारत में सब जगह उगाया जा सकता हैं।
जामुन की गुठली से पौधा बना सकते हैं। इसका वृक्ष 20 से 30 फीट
ऊँचा होता हैं। चौथे-पाँचवे वर्ष इसमें फल लगने शुरू हो जाते हैं। जो 40-50 वर्ष
तक पैदावार देता हैं। बारिश के मौसम में इसके फल पकते हैं। जामुन की कई उन्नत प्रजातियाँ
विकसित की गई हैं। जिनके पौधे नर्सरीयों में आसानी से मिल जाते हैं। आजकल कई जगह ड्राफ्टेड
पौधे भी मिलते हैं। जो दो वर्ष में ही फल देना शुरू कर देते हैं। इस महत्त्वपूर्ण पौधे
का वृक्षारोपण करना अत्यंत आवश्यक हैं। इसके पौष्टिक फल हर आयुवर्ग के लोग पसंद करते
हैं। पक्षियों के लिए भी यह एक स्वादिष्ट भोजन हैं। इसका वृक्षारोपण करके बायोडाईवरसिटी
को बचाया जा सकता हैं। तीन-चार वर्ष तक इसकी सिंचाई देखभाल और सुरक्षा करने के बाद
यह पेड़ बड़ा हो जाता हैं। बड़े पेड़ की ज्यादा देखभाल नहीं करनी पड़ती हैं। जामुन का पूर्ण
विकसित पेड़ प्रतिवर्ष 80-90 किलो फल देता हैं। इस वर्षाकाल में हर
व्यक्ति 2-4 जामुन के पेड़ लगाकर उसकी 4-5 वर्ष तक देखभाल करें तो ये बड़े पुण्य का
कार्य होगा। एक तरफ इसके मीठे फल सबको निःशुल्क प्राप्त होगें साथ ही छाया और ऑक्सीजन
भी भरपूर देगा। पशु पक्षियों के लिए यह पेड़ अच्छा सहारा होता हैं। घर के सामने व रोड़
साइड़ में इसका वृक्षारोपण शोभाकार लगता हैं।
जय हो 🪷🚩🇮🇳🙏🏻
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