प्रत्येक पेड़ की कीमत - एक करोड़ रूपये

 




वर्षा ऋतु में सबसे अधिक वृक्षारोपण होता हैं। समाज का हर वर्ग पेड़-पौधे लगाने के लिए वर्षा ऋतु का इंतजार करता हैं। सरकारी वन विभाग इस काम के लिए बहुत प्रयास करता हैं। हर वर्ष करोड़ों की संख्या में अपनी नर्सरीयों में स्थानीय मांग के अनुसार छायादार, फलदार, औषधीय के साथ-साथ बहुउद्धेशीय पौधे तैयार करते हैं। बहुत कम कीमत पर इन पौधों को वृक्षारोपण के लिए उपलब्ध कराया जाता हैं।

        लम्बे समय से यह देखा जा रहा हैं कि वृक्षारोपण करने के बाद अधिकतर लोगों में शिथिलता आ जाती हैं। परिणामतः वृक्षारोपण के बाद नियमित देखभाल, सिंचाई एवं सुरक्षा के अभाव में पेड़-पौधे बहुत जल्दी नष्ट हो जाते हैं। यह एक बहुत बड़ी राष्ट्रीय क्षति हैं। कोई भी व्यक्ति इस क्षति को अपनी क्षति नहीं समझता। अतः वृक्षारोपण जिस जोश के साथ किया जाता हैं, उससे भी तेज गति से पौधे नष्ट हो जाते हैं।

        अब आवश्यकता यह आ गई हैं कि केवल वृक्षारोपण ही नहीं, उसकी सुरक्षा, सिंचाई एवं बचाव भी उतना ही महत्वपूर्ण हैं। वृक्षारोपण की जिम्मेवारी स्थानीय लाभार्थी को दी जानी चाहिए। गाँव-गाँव में ऐसा मेकेनिज्म बने कि हर नागरिक कम से कम 5 पौधों को पाल-पोषकर बड़ा करें इसके लिए समाज स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम बनायें जा सकते हैं। इतना ही नहीं बच्चों को भी इस प्रकार की जिम्मेवारी से दूर नहीं रखना चाहिए। बड़ी ईमानदारी पूर्वक इस कार्य में सबको तन-मन-धन से लगना होगा। तभी हमारी पृथ्वी बच पायेगी। पेड़-पौधों के साथ ही मनुष्य पनप सकता हैं।

        अमेरिका में एक पड़ोसी ने अपने पड़ोसी के खेत से 12 पेड़ इसलिए काट दिए कि उसे खुला आकाश और सूर्य दिखने में परेशानी हो रही थी। जब पेड़ काटे तब खेत का मालिक बाहर गया हुआ था वापिस आकर उसने पेड़ काटने वाले का पता लगाया तब कोई दूसरा नहीं उसका ही पड़ोसी निकला। उसने अपने पड़ोसी पर क्षतिपूर्ति के लिए 12 करोड़ का मुकदमा वहाँ के कोर्ट में दायर कर दिया। अपने मुकदमें में प्रत्येक पेड़ के कटने से एक करोड़ का नुकसान हुआ हैं। इस प्रकार 12 करोड़ के नुकसान की गणना उसने कोर्ट के सामने रखी। इस मुकदमें से हम भारतवासी यह शिक्षा ले सकते हैं कि वृक्षारोपण करने के बाद यदि पेड़ मर जाता हैं तो हमारा कितना बड़ा नुकसान प्रतिवर्ष हो रहा हैं? क्या इस नुकसान की भरपाई कोई कर सकता हैं?

Comments

  1. स्पेन की Minister for the Ecological Transition and the Demographic Challenge of Spain, Rebecca Ribera.

    मोहतरमा Madrid में हो रही Climate Summit में भाग लेने आई थी. अपने Private Jet से उतरी, फिर लिमोज़ीन में बैठी.... फिर Summit के venue से 100 मीटर पहले उतरी... वहीं एक High Tech Battery साइकिल पर बैठ कर Summit में पहुंची... उनके पीछे लीमोजीन कारों का पूरा काफ़िला था.

    मतलब... जम कर दिखावा किया.... Climate को बचाने का दिखावा.

    इसी तरह से दुनिया भर के Leaders 118 Private Jets में बैठ कर Madrid पहुँचे हैं...जिससे 1000 टन CO2 के बराबर प्रदूषण पैदा हुआ है.

    All in the name of Conserving our Climate.

    Climate Activists are the BIGGEST Scamsters.

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