सहजन: एक जादुई पेड़
सहजन की फलियाँ खाने से पेट से संबंधित कई
बीमारिया ठीक हो जाती है। विशेषकर पेट का अल्सर ठीक होता है। ब्लड शुगर एवं मोटापे
की समस्या इसका प्रयोग करने से दूर होती हैं। हजारों वर्षों से इसका प्रयोग भोजन
के रूप मे किया जाता हैं। इसकी पत्तियों मे बहुत सारे विटामिन्स और मिनेरल्स पाए जाते हैं। दोनों तरह के कुपोषण
इसका प्रयोग करने से मिटते हैं।
सहजन मे भरपूर
ऐन्टीआक्सिडन्ट कम्पाउन्ड पाए जाते हैं। विटामिन सी, बीटा-केरोटीन भी पाए जाते हैं। इसका प्रयोग करने से
डाइअबीटीज़ और हृदय रोग से बच सकते हैं। यह झुरीयों को कम करता हैं, एडीमा का इलाज करता हैं, लिवर की सुरक्षा करता हैं, कैंसर को रोकता हैं, शरीर से टॉक्सीन्स बाहर निकलता हैं, इम्यूनिटी को मजबूत करता हैं, बैक्टीरीया वाली बीमारियों को दूर करता हैं, गठिया और खून की कमी मे लाभदायक होता है।
मोरिंगा एक बेहतरीन भारतीय सुपरफ़ूड है जो बालों को झड़ने, अनीमीआ, अर्थराईटिस ,
थाइरॉइड, कमजोर इम्यूनिटी, अस्थमा, डाइबीटीज़ और मोटापा जैसी
समस्याओ मे लाभदायक है। सहजन मे विटामिन ए, विटामिन बी-1,बी-2,बी-3,बी-6, फोलेट, विटामिन सी, कैल्सीअम, पोटासियम, आयरन, मैग्नीज़ीयम, फॉसफोरस और जिंक जैसे पोशाक तत्व पाए जाते है। सहजन मे
संतरे से 7 गुना अधिक विटामिन सी,
गाजर से 10 गुना अधिक विटामिन ए, दूध से 17 गुना अधिक
कैल्सीअम, दही से 9 गुना अधिक प्रोटीन, केला से 15 गुना अधिक
पोटासियम और पालक से 25 गुना अधिक आयरन
पाया जाता है। इसके अतिरिक्त सहजन मे विटामिन, खनिज, अमीनो ऐसिड,
वसा, स्टेरॉल्स, केटोनस, ऐसिड आदि 92 पोषक तत्व पाए जाते हैं।
इतना महत्वपूर्ण पेड़ पूरे
भारत वर्ष मे बहुत आसानी से बीज द्वारा या कटिंग द्वारा उगाया जा सकता है। इसके
पत्तों का पाउडर बना कर लंबे समय तक स्टोर करके उपयोग कर सकते है। कई कॉम्पनियाँ
आज कल मोरिंगा पाउडर और मोरिंगा टेबलेटस
बाजार मे विभिन्न नामों से बेच रही है। इस जादुई पेड़ को अपने किचन गार्डन
मे अवश्य जगह देनी चाहिए। प्रतिदिन इसके पत्तों और फलियों का प्रयोग स्वास्थ्य के
लिए लाभकारी होता है।
Very useful tree. Good information sir.
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