अर्न्तजातीय विवाह : एक खतरनाक रिवाज

     इंग्लेण्ड का एक सच्चा किस्सा अखबार में पढ़ा। एक 65 वर्ष के पुरूष ने 25 वर्ष की युवती से शादी करने का प्रस्ताव रखा। युवती को भी इस व्यक्ति से आशक्ति हो गयी और दोनां ने पति-पत्नी की तरह रहने का निश्चय किया। काफी समय साथ रहने के बाद उस बुर्जुग व्यक्ति ने उस युवती की नस्ल, खानदान, आदि की सूचनायें इकटृठा करना शुरू की। आखिर पुरानी बातें खोजते-खोजते उस व्यक्ति को उसकी सारी हकीकत मालूम हुई। उसको यह पता चल गया कि वह युवती जो इतने समय पत्नी के रूप में उसके साथ रह रही हैं वह उसकी सगी पोती हैं। सारी बातें वह अपनी पोती से भी कन्फर्म करता रहता था। दोनां को बड़ी ग्लानी हुई। लेकिन बुर्जुग बहुत समझदार था। उसने अपनी पोती से कहा कि अब हम दादा-पोती की तरह साथ रहेंगें। क्योंकि वह बुर्जुग बहुत ही धनवान था इसी कारण उस युवती ने उसका हाथ थामा था। युवती ने सोचा था कि इनको तो कितना जीना हैं। बाद में सारी सम्पति पर मेरा अकेली का ही अधिकार होगा। बुर्जुग ने सारी सम्पति अपनी पोती के नाम वसीयत कर दी और दोनां प्रेम पूर्वक रहने लगे।

     कुछ समय बाद हमारे देश में भी ऐसे किस्से देखने को मिल जायेगें। कारण कि अर्न्तजातीय विवाहों का प्रचलन तीव्र गति से बढ़ रहा हैं। माता-पिता के अर्न्तजातीय विवाह करने पर बच्चों की जाति पर सन्देह होगा। फिर उनके बच्चों का इतिहास क्या रह जाएगा? एक दिन ऐसा आयेगा कि किसी भी लड़का या लड़की की कोई पुर्वजों की आइडेन्टीटी नहीं बच पायेगी उन परिस्थितियों में कई विवाह स्वगौत्रीय हो जायेगें। आज हमारे यहां विवाह के समय माता-पिता-दादी-नानी इन चार गौत्रों को छोड कर ही सम्बंध विवाह करते हें। परिस्थिति वश कई जातियों में चार गौत्र की बजाय तीन गौत्र छोड़कर विवाह सम्बंध किया जाता हैं। यह पुरानी एवं वैज्ञानिक परम्परा हैं। समगौत्रीय विवाह से सन्तान दुर्बल पैदा होती हैं तथा कई मानसिक शारीरिक रोगों से ग्रसित होती हैंं। अतः समगौत्रीय विवाह की आज्ञा नहीं दी गयी हैं। अतः आज भी यह नीतान्त आवश्यकता हैं कि आंख बंद करके  शादी-विवाह नहीं करनी चाहिये। शादी से पहले उसके खानदान की हिस्ट्री, गौत्र, उत्पति कहाँ से है आदि पूरे तथ्यों की जानकारी करके धीरजपूर्वक सम्बन्ध करने चाहिये। इसे उतावल या आँख बन्द करके जल्दी नहीं करनी चाहिये। बिना सोचे समझे शादी करने से बाद में पछतावा करना पड़ता हैं। ऐसा कई जगह देखा गया हैं कि अर्न्तजातीय विवाह करने वालों के बच्चों की शादी-विवाह में भारी दिक्कत आती हैं।

Comments

  1. सत प्रतिसत सही बात है सा।पर आज कल के पढ़े लिखे बचो को ये बात समझ मे नही आ रही है।

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