पुस्तक प्रेम
हर व्यक्ति की विभिन्न प्रकार की अच्छी व बुरी आदतें होती हैं। कई लोगों की आदतें पुस्तकें पढ़ने की होती हैं। बचपन में ही अपने पाठ्यक्रम के अतिरिक्त जीवन उपयोगी साहित्य पढ़ते हैं। इस आदत ने कई बड़े-बड़े विद्वानों, वैज्ञानिकों, समाजशास्त्रीयों, शिक्षाविदों, अर्थशास्त्रीयों को जन्म दे दिया हैं। उन्होनें पुस्तक को गहनों से भी अमूल्य समझा। अपना बहुमूल्य समय लाईब्रेरियों को छानने में लगा दिया। इतना ही नहीं पुस्तकें खरीदकर भी अपनी व्यक्तिगत लाईब्रेरी में रखी। पुस्तकें जो आज आपने खरीदी हैं, वे आपके बच्चों, पोतों से लेकर आने वाली पीढ़ियों तक उपयोगी रहती हैं। पुस्तकों को रखने का तरीका इतना सही हो कि लम्बे समय तक उनका सुदपयोग होता रहें।
आजकल इलेक्ट्रानिक मीडिया इतना छा गया है कि सारी जानकारी आपको कम्प्यूटर या मोबाईल पर बड़ी आसानी से व निःशुल्क उपलब्ध हो जाती हैं। अतः लोगों का पुस्तक प्रेम कम हो गया। इतना होते हुए भी अच्छी पुस्तकों का आज भी महत्व हैं। अपनी रूचि की कुछ पुस्तकें खरीदकर अपनी छोटी-मोटी घरेलू लाईब्रेरी बनावे। लाईब्रेरी का उपयोग परिवार के सभी सदस्य कर सकें। अतः जब भी कोई अच्छी पुस्तक मिलें उसको खरीद लेना चाहिए। लाईब्रेरी में रखी हुई हर पुस्तक के बारे में परिवार के हर सदस्य को जानकारी होनी चाहिए। जैसेः- पुस्तक का नाम, लेखक, आकार आदि।
आजकल ई-बुक्स का आविष्कार हो गया हैं। बहुत सी महत्त्वपूर्ण पुस्तकें लेखक प्रकाशित नहीं करा पाते। प्रकाशन का खर्चा काफी मंहगा हो गया हैं तथा पुस्तकों की बिक्री में कमी आई हैं। अतः आजकल पुस्तकें इन्टरनेट पर उपलब्ध हैं। जिसे आप डाउनलोड करके प्रिंट निकालकर ठीक से बाइन्ड करवाकर अपनी लाईब्रेरी की शोभा बढ़ा सकते हैं। ई-बुक्स को निःशुल्क डाउनलोड करने की भी सुविधा हैं। कुछ पुस्तकों की कीमत भी रखी गई हैं। जो बहुत कम होती हैं। आप उसकी कीमत आनलाईन जमा करके भी वो पुस्तक प्रिंट कर सकते हैं। पुस्तक प्रेमियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर हैं। अपने कम्प्यूटर पर पूरी पुस्तक को पढ़ सकते हैं। आपको यह लगे कि यह पुस्तक मेरे लिये आवश्यक है तो उसकी हार्डकापी बना लें। पुस्तकें पढ़ने का आनन्द ही कुछ और हैं। इससे आपके ज्ञान में तो वृद्धि होती ही हैं साथ ही मानसिक संतुष्टि भी होती हैं। अधिकतर लाईब्रेरी ऐसी जगह रखनी चाहिए जहाँ से परिवार के सभी लोग उसका लाभ लें सके। साथ ही कुछ पुस्तकों की मिनी लाईब्रेरी अपने बेडरूम में अवश्य बनाकर रखें। रात को सोने से पूर्व कुछ पढ़ने की आदत डालें।
पुस्तकें पढ़ना बहुत सी बुरी आदतों से मुक्ति दिलाता है. ज्ञान का प्रसार तो होता ही है.
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