मोटे अनाज : समय की आवश्यकता

 Climate change के कारण मौसम में तीव्रगति से परिवर्तन हो रहा हैं। सर्दी में सर्दी नहीं पड़ती, गर्मी में गर्मी नहीं पड़ती और बरसात में बरसात नहीं होती। इसका सीधा प्रभाव खाद्यान्न फसलों के उत्पादन पर होता हैं। विश्व में अधिकतर खाद्यान्न के रूप में चावल और गेहूँ का उपयोग होता हैं। चावल गेहूँ को कई रूप में पकाकर खाया जाता हैं। इसी के ऊपर 95 लोग आश्रित हैं।

 

इन फसलां के बोने के समय अनुकूल परिस्थितियाँ नहीं हो पाती अतः इनकी बुवाई देर से होती हैं। फसलों के पकने के समय भी Climate धोखा दे देता हैं। परिणामतः फसल की उपज, उसकी गुणवत्त्ता स्वाद प्रभावित होता हैं। कई वर्षो से इस प्रकार की जलवायु परिवर्तित हो रही हैं। जिसके नुकसान का सामना करने के लिए कृषि वैज्ञानिक अथक प्रयास कर रहें हैं। लेकिन अभी तक आशातित

सफलता नहीं मिली हैं। अतः आने वाले समय में गेंहूँ चावल पर आश्रित लोगों को खाद्यान्न की समस्या से रूबरू होना पडे़गा। यह चेतावनी Food and Agriculture Organization of United Nations (FAO) कई बार दे चुका हैं।

 

मोटे अनाज जैसेः- बाजरा ज्वार का उत्पादन प्रतिकूल परिस्थितियों में भी कम नहीं होता हैं। यह दोनों फसलें वर्षा आधारित हैं। बिना सिंचाई के भी इनका उत्पादन भारत में आदिकाल से हो रहा हैं। मोटे अनाज की फसलों में रासायनिक खादों कीटनाशकों का प्रयोग नहीं किया जाता हैं। ज्यादातर मोटे अनाज की फसलों में रोगप्रतिरोधक क्षमता अधिक होती हैं। इन फसलों में पोषकतत्व भरपूर होते हैं।स्थानीय स्तर पर इनका उत्पादन सफलतापूर्वक संभव हैं। मोटे अनाज हर आयुवर्ग के लोगों के लिए अनुकूल होते हैं। इनके सेवन से लोगों में बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती हैं।

 

यह वर्ष पूरे विश्व में Millet Year के रूप में मनाया जा रहा हैं। अतः मोटे अनाजों पर विभिन्न शोधकार्य पुनः हो रहे हैं। मोटे अनाजों का उपयोग बढ़ाने से विश्व में खाद्य सुरक्षा बनी रहेगी। लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। पाचन संस्थान ठीक रहेगा। लोग दीर्घायु होगें। कैंसर, डायबिटीज, हाईपरटेंशन, कुपोषण, मोटापा आदि भयंकर बीमारियों से बचाव होगा। अतः सब लोगों को अपने-अपने परिवार मे नाश्ता, लंच डीनर में मोटे अनाजों का प्रयोग बढ़ाना चाहिए।

Comments

  1. outstanding performance

    ReplyDelete
    Replies
    1. Of course Millets are most Healthy, cheap, Easily available & Essential part of our diet as per climate & requirements !

      Delete
  2. Good information

    ReplyDelete
  3. Good information

    ReplyDelete
  4. Examples of excellent article

    ReplyDelete
  5. Yes, 💯 . Keep inspiring today's youth👏

    ReplyDelete
  6. Very informative blog.

    ReplyDelete
  7. It's good for Health

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

जल संरक्षण की जीवंत परिपाटी

बाजरी का धमाका: जी-20 सम्मेलन मे

लुप्त होती महत्त्वपूर्ण पागी कला