वैश्विक समस्याओं का समाधान : नीम
नीम का पेड़ सभी समस्याओं का समाधान है। नीम चाहे कही भी लगाओ लाभ ही लाभ देता है। नीम भारत के हिमालय क्षेत्र को छोड़कर सभी जगह लग सकता है। नीम के पत्तो का उपयोग सौंदर्य प्रशाधन (cosmetics) , आयुर्वेदिक एवं यूनानी औषधियों के निर्माण में , कृषि में कीटरोधक बनाने में काम आते है। नीम की गुठली का तेल निकाला जाता है। यह तेल साबुन बनाने , फसलों पर छिड़काव करने व चर्म रोग की दवाइयों के निर्माण में काम आता है। नीम की लकड़ी को लोग नहीं जलाते है। हिन्दुओ के धार्मिक ग्रंथो में , नीम को नारायण माना गया है। नीम के पत्ते , फूल , फल , छाल इत्यादि प्रत्येक अंग औषधि के काम में आते है।
केवल नीम वृक्ष के ऊपर पूरे विश्व के वैज्ञानिको ने अंतर्राष्ट्रीय कई सेमिनार्स कराई गयी। पूरे विश्व के वैज्ञानिको ने उन सेमिनार्स में अपने अपने research papers पढ़े। इस प्रकार नीम एक अंतर्राष्ट्रीय महत्व का पेड़ बन गया है। राजस्थान की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए Arid Forest Research Institute (AFRI),Jodhpur ने नीम का बहुत बड़ा provincial trial लगाया जिसमे सभी जगह के नीम के बीज मांगकर लगाए गए । शोध कार्य निरन्तर जारी है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए नीम सर्वोत्तम वृक्ष है। नीम का पेड़ भूमि संरक्षण , जल संरक्षण व पशु-पक्षियों के लिए भी लाभदायक है। नीम का वृक्षारोपण सड़को के किनारे , स्कूलों की खली जगह में , खेत की मेड़ो पर , गावो में सार्वजनिक स्थानों पर , औरण , गोचर आदि जहा भी जगह उपलब्ध हो वह किया जाना चाहिए। राज्य सरककर का वन विभाग भी नीम के लाखो पौधे अपनी नर्सरियो में तैयार करके वृक्षा रोपण के लिए सस्ती दर पर उपलब्ध करता है। अतः अब गावो में लोग वृक्षों के महत्व को जानते हुए अपनी अपनी आवयश्कता के अनुसार नीम का वृक्षारोपण प्रतिवर्ष करते है । इसको समर्थन देना हर नागरिक का कर्त्तव्य है। इसके वृक्षारोपण में बढ़ोतरी करके हम विभिन्न प्रकार की समस्याओं से मुक्ति पा सकते है।
Good one
ReplyDeleteNeem is a Divine Tree ! It cures many Diseases more than several specialists Doctors .So we worship this Natural Gift !!
ReplyDeleteVery informative
ReplyDeleteIt is a very beneficial plant and in summers it provides us shadow to get rid of the sun. And it grows very well in Arid zones of India like Jodhpur, etc.
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